जीवन सूक्तियाँ:
पहले लायक बनो, फिर लालसा करो.
असाधारण (या महान) जाने वाले लोग 95% साधारण होते हैं.
हर विच्छेद (तलाक) का प्रारम्भ विवाह से होता है.
(उन बैरियों में सर्वाधिक कटुता होती है जो कभी मित्र थे. नई मित्रता या साझेदारी में फूंककर कदम रखने चाहिए.)- किसी निर्धारणा/निष्कर्ष का स्तर उस ज्ञान से ऊपर नहीं होता जिस पर वह आधारित है.
अथवाउसी व्यक्ति को अपनी राय का अधिकार है जो विषय के तथ्यों से अवगत हो.
जो अपने पर नहीं हँस सकते, वे अपरिष्कृत (राक्षसी) आत्मायें हैं.
Quotes to live by:
First deserve, then desire.
An extraordinary (or great) person is 95% ordinary.
Every divorce starts out as a marriage.
(Some of the bitter-most enemies were once friends. English word "rival" used to mean "friend" at the time of Shakespeare. So tread lightly in a new friendship or partnership...)- A judgment is no better than the knowledge on which it is based.
orNo man has a right to his opinion until he makes himself acquainted with the facts.
Those who cannot laugh at themselves are unrefined souls.